तुम हुस्न परी तुम जाने जहाँ,
तुम सबसे हसीं, तुम सबसे जवाँ,
सौंदर्य साबुन निरमा, सौंदर्य साबुन निरमा,
क्या रंग खिला क्या रूप सजा,
मैंने ही नहीं दुनिया ने कहा,
सौंदर्य साबुन निरमा,
यूँ खिली खिली यूँ संवर-संवर जाने जिगर तुम चली कहाँ,
सौंदर्य साबुन निरमा, सौंदर्य साबुन निरमा,
तुम हुस्न परी तुम जाने जहाँ, तुम सबसे हसीं, तुम सबसे जवाँ, सौंदर्य साबुन निरमा, सौंदर्य साबुन निरमा।.
यह गाना सुनके ही आपकी नज़र में एक ही चेहरा याद आएगा वो है “सोनाली बेंद्रे” का…
सोनाली बेंद्रे ने इस्स एड की वजह से ९० के दशक में काफी लोकप्रियता हांसील की थी…

इस गाने को हरिहरन और कविता कृष्णमूर्तिजी ने गाया था…
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